बेंगलुरु: भारत में पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का प्रोटोटाइप हुआ अनावरण, जानें खास बातें
भारत में पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के प्रोटोटाइप का अनावरण हो चुका है! इस नए मॉडल को रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बेंगलुरु स्थित BEML के परिसर में पेश किया। पीटीआई द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस नए कोच का लगभग 10 दिनों तक परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद, इसे ट्रैक पर और अधिक परीक्षण के लिए आगे भेजा जाएगा। परीक्षण के संतोषजनक परिणाम मिलने के बाद, ट्रेन को अगले तीन महीनों के भीतर आम जनता के लिए शुरू किया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन राजधनी एक्सप्रेस और अन्य मॉडलों की तुलना में काफी उन्नत है। यह यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा में पूर्ण आराम के साथ सफर करने का अवसर देगी।
कोच की संख्या
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कई कोच होंगे। इनमें 4 एसी 2 टियर कोच (188 बर्थ), 11 एसी 3 टियर कोच (611 बर्थ), और 1 एसी फर्स्ट क्लास कोच (24 बर्थ) शामिल हैं।
विशेषताएँ
इस नई ट्रेन में विश्वस्तरीय सुविधाएं शामिल की गई हैं, जैसे कि GFRP पैनल्स, सेंसर आधारित इंटीरियर, स्वचालित बाहरी दरवाजे, एर्गोनोमिक डिजाइन वाला बिना गंध वाला शौचालय, संचार के लिए दरवाजे, और एक विशाल सामान रखने का स्थान।
गति और दक्षता
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की औसत गति राजधनी एक्सप्रेस से बेहतर होगी, जो इसके तेज गति से अवरोध और तेजी से बढ़ने की क्षमता के कारण संभव होगी। जब यह सेवा में आएगी, तो ट्रेन की औसत गति 160 किमी प्रति घंटे की होगी, जबकि परीक्षण के दौरान इसे 180 किमी प्रति घंटे की गति से चलाया जाएगा।
नए मानक
यह ट्रेन यूरोपीय मानकों के अनुसार यात्रियों के अनुभव को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, भारत में लंबी दूरी की रेल यात्रा को नया रूप देने के लिए तैयार है, जो आराम, सुरक्षा, और दक्षता के नए मानक स्थापित करेगी।
ट्रेन में ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील का उपयोग किया गया है और इसमें यात्रियों की सुरक्षा के लिए क्रैश-प्रूफ सुविधाएँ भी शामिल हैं। इसके अलावा, बेस्ट-इन-क्लास इंटीरियर्स, फायर सुरक्षा के लिए EN 45545 (हजार्ड लेवल 3) के अनुसार फीचर्स, और अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ यह ट्रेन यात्रा के अनुभव को बिल्कुल नए स्तर पर ले जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 31 अगस्त को तीन नई वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन किया जाएगा, जो उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।
इस नई स्लीपर ट्रेन के आने से भारतीय रेल में एक नए युग की शुरुआत होगी, जहां यात्री सुरक्षित, आरामदायक और आधुनिक सुविधाओं के साथ लंबी दूरी की यात्रा कर सकेंगे।