कभी आसमान छू रहे फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस लिमिटेड (FLFL) के शेयर की कीमत अब जमीन पर आ गई है। वर्तमान में इस कंपनी का शेयर मात्र 2.11 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, जबकि पांच साल पहले इसका मूल्य 495 रुपये तक था। इस भारी गिरावट ने निवेशकों को निराश किया है, लेकिन अब कंपनी के लिए नई उम्मीद जगी है क्योंकि इसे एक नया खरीदार मिल गया है।
कर्ज में डूबी कंपनी को मिला नया जीवन
फ्यूचर ग्रुप की यह प्रमुख रिटेल कंपनी भारी कर्ज के चलते दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) से गुजर रही थी। इस बीच, कंपनी के कर्जदाताओं की समिति (CoC) ने स्पेस मंत्रा और संदीप गुप्ता-शालिनी गुप्ता की अगुआई वाले कंसोर्टियम की पेशकश को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से कंपनी को नया जीवन मिल सकता है, हालांकि अब तक योजना के ब्योरे को सार्वजनिक नहीं किया गया है।
शेयर बाजार में ऐतिहासिक गिरावट
FLFL का शेयर कभी 495 रुपये की ऊंचाई पर था, लेकिन वर्तमान में यह केवल 2.11 रुपये पर आ गया है। इस दौरान 99% से भी अधिक की गिरावट देखने को मिली है, जिसने निवेशकों के होश उड़ा दिए। नवंबर 2023 में यह शेयर 3.60 रुपये तक पहुंच गया था, जो इसका 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर था, जबकि अप्रैल 2024 में यह 1.81 रुपये के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था।
समाप्त हो चुकी CIRP की समय सीमा
कंपनी के लिए CIRP की तय अवधि 26 अगस्त 2024 को खत्म हो चुकी है। IBC के नियमों के अनुसार, इस प्रक्रिया को 180 दिनों के भीतर समाप्त होना चाहिए, हालांकि कानूनी विवादों के चलते इसे 330 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। अगर यह प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं होती, तो कंपनी को परिसमापन के लिए भेजा जा सकता है।
कर्ज की बड़ी देनदारी
जून 2023 में FLFL ने जानकारी दी थी कि उसके खिलाफ शुरू की गई दिवाला समाधान प्रक्रिया में 12 वित्तीय संस्थानों से 2,155.53 करोड़ रुपये के दावे प्राप्त हुए थे। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) इस प्रक्रिया में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखता है, जिसके पास 22.51% वोटिंग अधिकार हैं।
कर्जदाताओं के इस फैसले से कंपनी को राहत मिली है, लेकिन निवेशकों की नजरें इस बात पर हैं कि नया मालिक कंपनी को उबारने में कितनी सफलता हासिल करेगा।
फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन्स लिमिटेड को मिला नया जीवनदान: लेनदारों ने स्वीकृत की बड़ी डील
फ्यूचर ग्रुप की दिवालिया हो चुकी कंपनी, फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन्स लिमिटेड (FLFL), जो कर्ज के बोझ तले दब गई थी, अब एक नई उम्मीद की किरण देख रही है। कंपनी के लेनदारों ने स्पेस मंत्रा और संदीप गुप्ता एवं शालिनी गुप्ता के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम की बोली को हरी झंडी दिखा दी है। कंपनी द्वारा शेयर बाजार में दाखिल की गई एक रिपोर्ट में बताया गया कि FLFL की लेनदारों की समिति (CoC) ने इस समाधान योजना के पक्ष में मतदान किया है।
कर्जदाताओं का बड़ा फैसला
27 सितंबर 2024 को FLFL के लिए एक अहम दिन था, जब लेनदारों ने स्पेस मंत्रा प्राइवेट लिमिटेड और गुप्ता परिवार की संयुक्त पेशकश को मंजूरी दी। हालांकि, इस योजना के बारे में अभी तक कोई विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है। इसके साथ ही, कंपनी ने यह भी बताया कि 26 अगस्त 2024 को कंपनी के लिए कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रेज़ोल्यूशन प्रोसेस (CIRP) की अवधि समाप्त हो चुकी है।
समय सीमा और NCLT में लंबित आवेदन
कंपनी के रेज़ोल्यूशन प्रोफेशनल (RP) ने 24 अगस्त 2024 को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में एक आवेदन दाखिल किया था, जिसमें CIRP की समय सीमा बढ़ाने की मांग की गई थी। अब यह प्रक्रिया NCLT के फैसले के अधीन है, जो इस आवेदन पर निर्णय लेगा।
IBC की धारा 12(1) के अनुसार, CIRP को 180 दिनों में समाप्त होना चाहिए, लेकिन कानूनी पेचीदगियों के चलते इसे 330 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। यदि समय पर समाधान नहीं निकलता, तो कंपनी को परिसमापन (लिक्विडेशन) की ओर भेजा जा सकता है।
कभी बुलंदियों पर थी कंपनी
फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन्स कभी सेंट्रल और ब्रांड फैक्ट्री जैसे बड़े रिटेल चेन की मालिक थी। इसके अलावा, यह कंपनी ली कूपर, चैंपियन, aLL, इंडिगो नेशन, जियोवानी, जॉन मिलर, स्कलर्स, कॉनवर्स, और उरबाना जैसे मशहूर परिधान ब्रांडों के एक्सक्लूसिव और मल्टी-ब्रांड आउटलेट्स का भी संचालन करती थी।
SBI सबसे बड़ा लेनदार
FLFL की CoC में सबसे बड़ा हिस्सेदार भारतीय स्टेट बैंक (SBI) है, जिसके पास 22.51% मतदान अधिकार हैं। बैंक का FLFL पर कुल 476.59 करोड़ रुपये का ऋण है।
कर्जदाताओं के दावों की भारी राशि
FLFL ने जून 2023 में जानकारी दी थी कि 12 वित्तीय संस्थानों से उसे 2,155.53 करोड़ रुपये के दावे प्राप्त हुए थे, जो CIRP प्रक्रिया का हिस्सा थे। अब सभी की निगाहें इस नई समाधान योजना पर हैं, जो कंपनी के भविष्य को तय करेगी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह समाधान योजना FLFL को फिर से अपने पैरों पर खड़ा कर पाएगी, या कंपनी को आगे भी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।