स्विगी इस वीकेंड में फाइल करेगी $1.4 बिलियन का आईपीओ
स्विगी ने पहले $1.25 बिलियन जुटाने की योजना बनाई थी, जिसमें ₹3,750 करोड़ ($450 मिलियन) नए शेयर और ₹6,664 करोड़ ($800 मिलियन) ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के हिस्से के रूप में शामिल थे। हालांकि, अगर कंपनी का बोर्ड 3 अक्टूबर को होने वाली असाधारण आम बैठक (EGM) में एक नए प्रस्ताव को मंजूरी देता है, तो कुल आईपीओ साइज लगभग $1.4 बिलियन होगा, जिसमें अतिरिक्त $150 मिलियन एक नए इश्यू के माध्यम से आएंगे।
स्विगी, जो भारत की प्रमुख फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म है, इस वीकेंड में अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल करने की तैयारी कर रही है, । यह कदम तब उठाया जा रहा है जब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) इसके गोपनीय फाइलिंग को मंजूरी देने के करीब है। DRHP जमा करने के बाद, स्विगी की प्रबंधन टीम भारत, अमेरिका और सिंगापुर में निवेशकों के साथ रोडशो करेगी।
स्विगी का सार्वजनिक प्रस्ताव इस साल के सबसे बहुप्रतीक्षित इवेंट्स में से एक है, खासकर तब जब नई अर्थव्यवस्था के कई आईपीओ तेजी से बढ़ रहे बुल मार्केट का लाभ उठा रहे हैं। हाल ही में, कंपनी ने अपने आईपीओ का साइज बढ़ाकर $1.4 बिलियन कर दिया है, क्योंकि ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। स्विगी का प्लेटफ़ॉर्म इंस्टामार्ट, जोमाटो की ब्लिंकिट, ज़ेप्टो और टाटा के स्वामित्व वाली बिगबास्केट के साथ प्रतिस्पर्धा करता है।
भारत के फूड डिलीवरी मार्केट में स्विगी की स्थिति
स्विगी और जोमाटो मिलकर भारत के फूड डिलीवरी मार्केट का 90% से अधिक हिस्सा नियंत्रित करते हैं। यह मार्केट 2030 तक ₹2 लाख करोड़ तक बढ़ने की संभावना है। जहां जोमाटो पहले ही पिछले साल सार्वजनिक हो चुका है, वहीं स्विगी आने वाले महीनों में सार्वजनिक होने की तैयारी में है। कंपनी का मूल्यांकन जनवरी 2022 में अपने आखिरी फंडरेजिंग राउंड में $10.7 बिलियन था।
स्विगी के प्रमुख निवेशक और बाजार पूंजीकरण
स्विगी के प्रमुख निवेशकों में प्रोसस (32%), सॉफ्टबैंक (8%), एक्सेल (6%), एलिवेशन कैपिटल, डीएसटी ग्लोबल, नॉरवेस्ट, टेंसेंट, क़तर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) और सिंगापुर की GIC शामिल हैं। बीते कुछ महीनों में बैंकरों ने यह विश्वास जताया है कि स्विगी का लिस्टिंग के समय बाजार पूंजीकरण लगभग $10-13 बिलियन हो सकता है। कंपनी ₹5,000 करोड़ ($600 मिलियन) के नए शेयर जारी करने की योजना बना रही है, जो ₹1,250 करोड़ या $150 मिलियन की वृद्धि है।
स्विगी जल्द ही DRHP फाइल करने के करीब है, और इसके बाद कंपनी प्रबंधन निवेशकों के साथ बातचीत शुरू करेगी, जिससे यह आईपीओ भारतीय फिनटेक क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकता है।