आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में स्थित एसआर गुडलवल्लेरु इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्राओं के होस्टल के वॉशरूम में कथित रूप से छुपे हुए कैमरे मिलने के बाद छात्रों में भारी आक्रोश फैल गया है। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को माइनिंग मंत्री के. रवींद्र से मुलाकात की और प्रबंधन पर मामले को दबाने और शिकायत करने वालों को धमकाने का आरोप लगाया।
कई अश्लील वीडियो मिले:
आंध्र प्रदेश पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कॉलेज के एक छात्र विजय को गिरफ्तार किया है, जिसके लैपटॉप से करीब 300 अश्लील वीडियो बरामद हुए हैं। पुलिस को संदेह है कि इन वीडियो को अन्य छात्रों को बेचा गया था और बाद में इन्हें लड़कों के बीच साझा किया गया।
मामले से जुड़ी 10 प्रमुख बातें:
- कैमरा की खोज: यह कैमरा कॉलेज के होस्टल के वॉशरूम में एक छात्रा द्वारा पाया गया था।
- छात्रों का विरोध: इस घटना के बाद सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने कॉलेज परिसर में इकट्ठा होकर न्याय की मांग की और इस घृणित कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
- कक्षाओं का बहिष्कार: छात्रों ने ऐलान किया है कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों को पूरा नहीं करता, वे कक्षाओं में शामिल नहीं होंगे। मंत्री के. रवींद्र ने भरोसा दिलाया है कि सत्य सामने आएगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
- मुख्यमंत्री का आदेश: मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जिला अधिकारियों से इस मामले पर चर्चा की और छात्राओं के वॉशरूम में छुपे हुए कैमरों के आरोपों की जांच के आदेश दिए।
- सबूत साझा करने की अपील: नायडू ने छात्रों से अपील की कि यदि उनके पास घटना से संबंधित कोई सबूत है तो वे उसे उनके साथ साझा करें।
- पुलिस का बयान: हालांकि, पुलिस का कहना है कि छात्राओं के वॉशरूम में कोई छुपे हुए कैमरे नहीं मिले हैं। पुलिस ने कहा कि लड़कियों को इस मामले को लेकर चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने छात्रों और कॉलेज स्टाफ की मौजूदगी में आरोपियों के लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला।
- विशेष जांच टीम का गठन: कृष्णा जिले के पुलिस अधीक्षक गंगाधर राव ने बताया कि विश्वास बहाली के उपाय किए गए हैं और मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। इसके अलावा, एक विशेष जांच अधिकारी और पांच सदस्यीय पुलिस तकनीकी जांच टीम नियुक्त की गई है।
- वीडियो प्रसार की जांच: पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या कोई वीडियो प्रसारित किया गया था। जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि दो छात्रों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जांच के लिए जब्त किया गया है।
- शिक्षा मंत्री का आदेश: मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश ने भी इस कथित घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
- कांग्रेस की प्रतिक्रिया: आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रमुख वाईएस शर्मिला रेड्डी ने इस घटना पर नाराजगी जताई है और दोषियों और कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
निष्कर्ष:
यह मामला छात्रों और अभिभावकों में गहरी चिंता का विषय बन गया है। अब सभी की निगाहें जांच पर टिकी हैं, जो यह स्पष्ट करेगी कि आखिरकार यह घृणित कृत्य कैसे और क्यों हुआ। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्रवाई करनी होगी ताकि छात्रों का विश्वास फिर से बहाल हो सके।