21 जुलाई आज है गुरू पूर्णिमा
हर साल आषाढ़ माह में गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा, जिसे महाभारत के रचिता महर्षी व्यास के नाम से भी जाना जाता है,क्यों की इस दिन महर्षी वेद व्यास का जन्म हुआ था । इसे आषाढ़ी पूर्णिमा और वेद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार होता है।
भारत में कई प्राचीन श्रद्धा स्थलों में से गुजरात के जूनागढ़ स्थित गिरनार में गुरु शिखर पर भगवान दत्तात्रेय का पवित्र क्षेत्र है। गिरनार के गुरु शिखर पर आज के दिन श्रद्धा और भक्ति का विशेष महत्व है। यहाँ भगवान दत्तात्रेय के पवित्र क्षेत्र में श्रद्धालु भक्त बड़ी संख्या में आते हैं और अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। यह स्थल न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र भी माना जाता है।
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरा।
गुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः।
अर्थ: गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु और गुरु ही भगवान शिव हैं। गुरु ही साक्षात परब्रह्म (सर्वोच्च परमात्मा) हैं। ऐसे गुरु को मैं नमन करता हूँ।